श्री रघुनाथ झा (बेतिया) : अध्यक्ष महोदय, बिहार राज्य में व्यापक पैमाने पर लीची, आम, केला और सब्जी का उत्पादन होता है। वहां स्टोरेज फैसिलिटीज न होने के कारण, मार्कीटिंग की सुविधा नहीं रहने के कारण और इनफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण हर साल हज़ारों करोंड़ रुपये का नुकसान फल-सब्जी उत्पादकों को उठाना पड़ता है।
अध्यक्ष महोदय, मैं माननीय मंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या सरकार ने कोई सर्वे कराया है कि बिहार के अंदर कितने कोल्ड स्टोरेजेज हैं, जहां पर इन फलों-सब्जियों को प्रीज़र्व रखा जा सकता है और केन्द्र सरकार इस मामले में बिहार सरकार को क्या मदद देना चाहती है जिससे फल-सब्जियों का अधिक नुकसान न हो !
श्री सुबोध कांत सहाय: अध्यक्ष महोदय, केन्द्र से बिहार में इनवैस्टर्स के साथ एक मीटिंग की गई थी जिसमें राज्य सरकार के मंत्री और पदाधिकारी शामिल थे। हमारा मंत्रालय राज्य में मैपिंग कराने के लिये पैसा देता है। इसके लिये वहां के मुख्य मंत्री और मुख्य सचिव को हमारे मंत्रालय के सचिव ने लिखा है कि आप अपना प्लान बनाकर दीजिये और हम आपको फाइनैंशियली मदद करने के लिये तैयार हैं। मैं समझता हूं कि अगर बिहार को बचाना है या ईस्टर्न इंडिया के एग्रीकल्चर बेस्ड जितने स्टेट्स हैं, तो उन राज्यों को इस बात का इनीशिएटिव लेना पड़ेगा। हम लगातार राज्य सरकार के सम्पर्क में हैं और बाढ़ के बाद दुबारा हम वहां जाकर स्थिति को रिव्यु करने वाले हैं।
अध्यक्ष महोदय : आप प्वाइंटेड बात बोलिये।
श्री प्रभुनाथ सिंह (महाराजगंज, बिहार) : हम एकदम प्वाइंटेड बोलेंगे। भोजपुरी भाषा को अष्टम सूची में शामिल करने के लिए कई माननीय सदस्यों ने शून्य काल, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आदि कई माध्यमों से इसे सदन में उठाया है।
महोदय, 18 दिसंबर, 2006 को मैंने जो ध्यानाकर्षण प्रस्ताव दिया था, उसके सन्दर्भ में सरकार की ओर से यह आश्वासन दिया गया था कि अब किसी किन्तु या परन्तु की कोई गुंजाइश नहीं है। संविधान की आठवीं अनुसूची में भोजपुरी और राजस्थानी भाषा को शामिल करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। आगामी सत्र में इसके लिए बिल सदन से पारित कराया जाएगा। भोजपुरी भाषा भले ही संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं है, लेकिन अब एक अन्तर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में इसका महत्व बढ़ता जा रहा है। विश्व के 18 देशों में, 30 से 40 प्रतिशत लोग इस भाषा को बोलते हैं। यह बहुत मधुर भाषा है। ...(व्यवधान)
(लालू प्रसाद) रेल मंत्री : आप भोजपुरी में बोलिए।
श्री प्रभुनाथ सिंह (महाराजगंज, बिहार) : अगर भोजपुरी में बोलूंगा तो यह रिकॉर्ड नहीं होगा।
अध्यक्ष महोदय : अभी भोजपुरी नहीं चलेगी।
प्रभुनाथ सिंह जी, मैं तो आपसे सहमत हूँ। अभी तो यह सेशन खत्म नहीं हो रहा है। खत्म होगा या नहीं, यह इन लोगों से पूछिए।
श्री रघुनाथ झा (बेतिया): महोदय, ...(व्यवधान) (कार्यवाही-वृत्तान्त में सम्मिलित नहीं किया गया।)
अध्यक्ष महोदय : रघुनाथ झा जी, आपने जो बोला वह रिकॉर्ड में नहीं जाएगा।
…(व्यवधान)
श्री प्रभुनाथ सिंह (महाराजगंज, बिहार) : महोदय, आज भोजपुरी भाषा भारत के अलावा मारीशस, सूरीनाम, ट्रिनिडाड एण्ड टोबैगो, सिंगापुर, केन्या, बर्मा, बैंकाक, जमैका, हालैण्ड, डेनमार्क, फिजी, मालदीव, फिलीपीन्स, युगांडा एवं दक्षिण अमेरिका के अनेक देशों में बोली जाती है। ...(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय : ठीक है, मिनिस्टर ने जो आश्वासन दिया था, उसे पूरा करना चाहिए।
… (Interruptions)
MR. SPEAKER: I have directed the Minister to bring it to the notice of the Home Minister.
… (Interruptions)
अध्यक्ष महोदय : मैं अभी आपको यहां चेयर में बैठा दूंगा।
श्री सैयद शाहनवाज़ हुसैन (भागलपुर): महोदय, मैं प्रभुनाथ सिंह जी बात से स्वयं को एशोसिएट करता हूँ।
श्री शैलेन्द्र कुमार (चायल) : महोदय, मैं स्वयं को श्री प्रभुनाथ सिंह जी के वक्तव्य के साथ एशोसिएट करता हूँ।
अध्यक्ष महोदय : ठीक है, आप एशोसिएट कीजिए।
अध्यक्ष महोदय : ठीक है, मैं इसे देखूंगा। मैं इसके बारे में कोई गारन्टी नहीं दे सकता हूँ।
श्री प्रभुनाथ सिंह (महाराजगंज, बिहार) : महोदय, मंत्री जी ने क्या कहा, यह भी हमें सुनाई नही दिया है। हम इनकी बात पर भरोसा कैसे करें।
अध्यक्ष महोदय : ठीक है, मैं इसे देखूंगा। इसके बारे में पता करूंगा।
…(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय : अरे, आप तो कभी इधर आते हैं, कभी वहां जाते हैं। यह ठीक नहीं है। You will have to face some consequences.
श्री लालू प्रसाद : महोदय, भोजपुरी भाषा की विशालता और मधुरता सिर्फ देश में ही नहीं, दुनिया भर में है। इसे सदन में स्वीकार किया गया है। मैंने इसके बारे में बात की है और यह मामला जल्द ही कैबिनेट में आने वाला है।...(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय : क्या बात है, आप लोग सुनिए।
अभी लगता है कि भाईचारा हो गया है।
श्री लालू प्रसाद : महोदय, इसमें भाईचारे का सवाल नहीं है। हम सभी इस भाषा को अष्टम अनुसूची में शामिल करने के बारे में चिन्तित हैं। मेरी गृहमंत्री जी से बात हुई है। यह विषय जल्द ही कैबिनेट में लाया जाएगा और इस आश्वासन पर कार्रवाई की जाएगी। हम सांच-सांच बोलत आनी, भोजपुरी शामिल होइके रही, इसमें कौने संदेह नहीं के।...(व्यवधान)
अध्यक्ष महोदय : आप भोजपुरी भाषा में जो बोल रहे हैं, वह रिकॉर्ड में नहीं जाएगा। प्रभुनाथ जी, हम लोगों को इसके लिए सेलेब्रेट करेंगे।
श्री लालू प्रसाद : महोदय, लिखा नहीं जाएगा तो इसे ऐसे ही समझ लीजिए।
अध्यक्ष महोदय: प्रभुनाथ सिंह जी, अब हम लोगों को कुछ सेलिब्रेट करेंगे।

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