Thursday, May 01, 2008

बिहार के मेधावी बच्चों को उचित सम्मान देगी सरकार

फुलवारीशरीफ। बिहार में मेधा की कमी नहीं है। आवश्यकता है कि बिहार के मेधावी बच्चों को उचित अवसर मिले। राज्य सरकार बिहारी के इस होनहारों को उचित सम्मान के साथ-साथ उचित अवसर, संसाधन और शैक्षणिक व्यवस्था मुहैया कराने का कार्य कर रही है। उक्त बातें राज्य के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री शाहीद अली खां ने महावीर कैंसर संस्थान द्वारा आयोजित प्लस दो के बच्चों के लिए सात दिवसीय मोटिवेशन कार्यक्रम के समापन समारोह के अवसर पर बच्चों को सम्बोधित करते हुये कहा। उन्होंने कहा कि आज जरूरी है कि विज्ञान किस तरह से लोकप्रिय बने इसके लिए सोच विकसित की जाये।

उन्होंने कहा कि विज्ञान की पढ़ाई केवल डाक्टर इंजीनियर बनने के मकसद से नहीं करे बल्कि उसके महत्व को समझते हुये शोध कर संसार में प्राकृतिक संतुलन बनाने में मदद करे। क्योंकि विज्ञान के बदौलत ही हमारा भविष्य बेहतर हो सकता है। विज्ञान को लेक प्रिय बनाने के लिए हम लोगों को प्रदेश के मध्य विद्यालयों पर ध्यान केन्द्रित करना होगा।

इस अवसर पर बिहार सरकार के कैबिनेट सचिव श्री गिरीश शंकर ने कहा कि ज्ञान की कोई सीमा नहीं होती है। आवश्यक है कि आपके भीतर प्रश्न पूछने की जिज्ञासा बरकरार रखे। ताकि आप जीवन का लक्ष्य तय कर सकें।

जबकि संस्थान के निदेशक डा. जितेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि यह सात दिन बच्चों के लिए एक सुनहरा अवसर बन कर आया था। प्रतिभावान विद्यार्थियों के लिए एक वातावरण का निर्माण किया ताकि उनके अन्दर का छिपा शोधार्थी ऊपर आकार ले सके। जबकि पूर्व गृह सचिव जिया लाल आर्य ने बच्चों को संबोधित करते हुये कहा कि 10+2 एक ऐसी सीढ़ी है। जहां आपको तय करना होगा कि आपको क्या करना है। आवश्यकता है इस तरह के अवसरों का पूरा लाभ उठाने का। वहीं पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा. एस.एन.पी. सिन्हा ने कहा कि प्राचीन काल से ही बिहार में एक से बढ़कर एक वैज्ञानिकों ने जन्म लिया है। आप भी इस तरह के अवसरों का लाभ उठाकर अपनी कल्पना क्षमता से उड़ान भरकर दुनिया को कुछ देने की कोशिश करे।

यह कार्यक्रम भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग एन.सी.एस.टी.सी. द्वारा प्रायोजित किया गया था। समारोह छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र भी दिया गया।



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Ranjan Rituraj Sinh , NOIDA
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