Monday, July 07, 2008

संयम और वीरता पुलिस की पहचान: अभयानंद

संयम और वीरता पुलिस की पहचान: अभयानंद

 

डेहरी-आन-सोन (रोहतास) सैन्य पुलिस राज्य में विधि व्यवस्था व उग्रवाद पर काबू पाने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। नवनियुक्त प्रशिक्षित पुलिस जवान बीएमपी परिवार में संयम, अनुशासन व वीरता का परिचय देते रहेगे। स्थानीय बिहार सैन्य पुलिस (दो) परेड मैदान में शनिवार को आयोजित दीक्षांत परेड समारोह में मौजूद अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अभयानंद ने जवानों को संबोधित करते हुये ये बातें कही। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में और गुणात्मक सुधार हेतु कुछ जोड़ने की जरूरत है। अनौपचारिक प्रक्रिया बढ़ाने पर बल देते कहा कि इससे निरंतर क्षमता बढ़ती है। जवानों को संयम व अनुशासन में रहकर अपनी समस्याओं को रखने की भी नसीहत दी। अपनी बात एक सीमा के अंदर रखकर कहेंगे तो देने वाला भी झुक जाता है। सोलह हजार की संख्या का बीएमपी परिवार है। सभी मिलकर परिवार के रूप में सोचें तो व्यक्तिगत समस्या का स्वत: निदान हो जायेगा। एडीजी ने कहा कि बिहार सैन्य पुलिस (दो) की समस्याओं का शीघ्र निदान कराया जायेगा। शाहाबाद प्रक्षेत्र डीआईजी ए.के. अम्बेदकर ने जवानों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समारोह के प्रारंभ में एडीजी अभयानंद व बीएमपी (2) के समादेष्टा सुनील कुमार सिन्हा ने सलामी गारद का संयुक्त रूप से निरीक्षण किया। परेड की सलामी ली। समादेष्टा सुनील कुमार सिन्हा ने राज्य भर के बीएमपी के प्रशिक्षण पाये 270 जवानों को क‌र्त्तव्य, दायित्व की शपथ दिलाई। उन्होंने राज्य के सबसे पुराने इस बीएमपी की समस्याओं से अवगत कराया। दस नये बैरक, मैगजीन हाउस, परेड ग्राउण्ड के साथ शेड के निर्माण व अनुदेशकों की कमी दूर करने की मांग की। एडीजी ने अनुदेशकों को 500-500 रुपये रिवार्ड दे सम्मानित किया। धन्यवाद ज्ञापन डीएसपी ललन प्रसाद सिंह ने की। इस मौके पर एसपी जितेन्द्र सिंह गंगवार, एएसपी पी. कन्नन, एसडीओ मनीष कुमार, डीएसपी मिथलेश कुमार समेत अन्य पुलिस अधिकारी थे।



0 comments: