Thursday, July 10, 2008

तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने को खुलेगा ज्ञान विवि


साहित्यकारों, राजनेताओं एवं प्रबुद्धजनों के जमघट के बीच बुधवार को अमहारा में इंजीनियरिंग कालेज का उद्घाटन किया गया। अंचलाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी मो. खुर्शीद आलम अंसारी ने जैसे ही शुरू किया कि दीया खामोश है, लेकिन किसी का दिल तो जलता है। चले आओ! चले आओ! जहां तक रोशनी मालूम होती है। तो पूरा माहौल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस बीच उन्होंने कहा कि कालेज प्रांगण से मिल रही रोशनी चिराग की रोशनी नहीं है, बल्कि दिल की रोशनी है, जिससे पूरी मानवता को लाभ मिलेगा। दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन करते हुए राज्य के विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री शाहिद अली खां ने कहा कि तकनीकी शिक्षा के विकास के लिए राज्य में ज्ञान विश्वविद्यालय खोला जायेगा, जिसके अधीनस्थ इंजीनियरिंग, मेडिकल, आईटी एवं प्रबंधन सहित कई तकनीकी संस्थान को संचालित किया जायेगा ताकि राज्य से मेधावी छात्रों के पलायन को रोका जा सके। उन्होंने रेलमंत्री पर प्रहार करते हुए कहा कि बिहार को बर्बाद करने वाले अब रेलवे में आलिम व फाजिल की नियुक्ति की बात कर रहे हैं। उन्होंने पूर्व सरकार पर शिक्षा की माहौल को बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में तकनीकी शिक्षण संस्थानों को खोलकर हम शैक्षणिक वातावरण बनाने को प्रयासरत हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी पालिटेक्निक कालेज को इंजीनियरिंग कालेज बनाया जायेगा। संस्थान के सदस्य सचिव एमएम सिंह ने संस्थान के उद्देश्यों की जानकारी दी। वहीं जमशेदपुर के स्काउट-गाइड के छात्र-छात्राओं ने आकर्षक देशभक्ति कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस मौके पर उपस्थित सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डा. अनिल कुमार ने निजी क्षेत्र के लोगों से राज्य में तकनीकी शिक्षण संस्थान खोलने का अनुरोध करते हुए कहा कि रुग्ण बिहार को ढाई वर्षो में हमारी सरकार ने विकास के पथ पर ला खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि 60 वर्षो की सरकार ने बिहार की शिक्षा व्यवस्था चौपट कर दिया था। वहंी पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद डा. सीपी ठाकुर ने कहा कि हिन्दुस्तान मेधा विस्फोट के बदौलत तरक्की कर रहा है न कि राजनेताओं के कारण। राजनेता इस ओर कुछ नहीं कर रहे हैं। अगर राजनेता सुधर जायें तो भारत को विकसित होने से कोई रोक नहीं सकता। बिहार की प्रतिभा की तो दुनिया कायल है। भला इसे विकसित करने से कौन रोक सकता। शिक्षा के प्रति सजिंदगी बिहार जैसी कहीं देखने को नहीं मिलती। इस अवसर पर विधायक अनिल कुमार, निदेशक एनएसआईटी शिवजी सिंह, तेज नारायण सिंह, संजेश, राजन, प्रो. रामनाथ शर्मा, शशिकांत सिंह, केके पात्रो, एमएम सिंह, कृष्णा सिंह, रविश सिंह, कर्नल एके सिंह, डा. सच्चिदानन्द सिंह, प्रो. रणजीत कुमार, अमित्तजीत सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण, प्रबुद्धजन एवं अधिकारी उपस्थित थे।

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