Tuesday, October 07, 2008

सदेह असुरों के बीच

A Jagran-Yahoo Story

 
Oct 06, 11:20 pm

प्रदेश में बरसात के दौरान कोसी की भयावह प्रलयधार ने जो तबाही मचायी, उसके कारण उत्तर पूर्वी जिलों के लाखों लोगों के लिए यह त्योहार इस बार जिंदगी की जंग जीतने का हौसला बंधाने वाला आस्तिक अवसर है। ऐसी संजीदा पृष्ठभूमि में हम 2008 की विजयादशमी मनाने वाले हैं। चिंता यह है कि उमंग का विस्तार फिर कहीं अराजकता की सीमा न छूने लग जाय। हम अनुष्ठान करते हैं आसुरी शक्तियों पर विजय का, लेकिन जल्द ही हारने लगते हैं। असुर नाना प्रकार के वेश धरने में सक्षम होते हैं, इसलिए उनकी पहचान कठिन रही है। राक्षस आज आधुनिक वेश धर कर त्योहार में हमारे बीच ही विचरण करते हैं। वे हमारे परिचितों के रूप में भी मौजूद होते हैं। सीताहरण करने वाला रावण साधु रूप में आया था, तो आज के जहरखुरान भी शिकार को प्रभावित करने वाले अच्छे परिधान में ही तो होते हैं। त्योहार के नाम पर शराब पीना, मौका पाकर महिलाओं से छेड़खानी करना या दुश्मनी निकालने के लिए मारपीट करना, किसी का बैग या पर्स उड़ा लेना, कर्कश और तेज आवाज में पूजा पंडाल से आपत्तिजनक फिल्मी गाने लाउडस्पीकर से बजाना और बहुत कुछ ऐसा करना जो किसी न किसी को चुभता है, वस्तुत: आसुरी कृत्य है। इनमें लिप्त असुर फिर सदेह दिखने वाले हैं। उनके सिर पर काले घुंघराले बालों के बीच न सींग होगी, न मुंह में बड़े-बड़े दांत। वे ब्रांडेड कपड़ों में होंगे- भैंस या किसी पशु पर सवार नहीं, बल्कि बाइकर्स के रूप में। हम समझते हैं कि राक्षस पिछले युगों में हुए थे और देवी या भगवान श्री राम के हाथों मारे गये, लेकिन यहीं हमारी भूल होती है। वे पंडाल में सजी राक्षस मूर्तियों से निकल कर जाने कितने रूपों में हमारे बीच आ गये होते हैं, किंतु मायावी ऐसे कि पहचाने नहीं जा पाते।

पुलिस इन राक्षसों पर अंकुश लगाने के लिए तैयारी कर रही है। दशहरा संपन्न होने तक राजधानी में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी गई है। बिना अनुमति पूजा पंडालों में लाउडस्पीकर बजाने पर रोक लगी है। पटाखों के इस्तेमाल, मेगा माइक और जुलूस पर भी प्रतिबंध है। राज्य भर में प्रशासन ने ऐसे अनेक एहतियाती उपाय किये हैं। यदि लोग अपने बीच के असुरों को पहचान पाये, तो प्रशासन का काम आसान होगा, त्योहार शांतिपूर्वक बीतेगा और हम इसका वास्तविक अर्थ ग्रहण करने में सफल भी होंगे।

[स्थानीय संपादकीय: बिहार]





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