Friday, April 11, 2008

डेढ़ दशक बाद मगध अभियंत्रण कालेज परिसर में चहल-पहल


खिजरसराय (गया) गया-खिजरसराय मार्ग पर 9 माइल के पास स्थित श्रीकृष्ण नगर में गुरुवार को माहौल खुशगवार था। आसपास के लोग भी लगभग दो वर्षो से आज के दिन की प्रतीक्षा कर रहे थे। मौका था मगध अभियंत्रण महाविद्यालय के जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ। जो आज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अनिल कुमार के द्वारा किया गया।

मंत्री श्री कुमार ने इस मौके पर कहा कि अब दिन दूर नहीं है। इसी चालू सत्र में छात्रों का नामांकन लिया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार में अन्य राज्यों की भांति एक तकनीकी विश्वविद्यालय खोला जायेगा। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री डा. प्रेम कुमार भी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद तकनीकी क्षेत्र में इंजीनियरिंग कालेज को खोलने के लिए बार-बार घोषणाएं होती रही। उसमें मगध अभियंत्रण महाविद्यालय का भी नाम शामिल था। गयावासी इसकी प्रतीक्षा पहले से कर रहे थे। आज जीर्णोद्धार के मौके पर विज्ञान प्रावैधिकी विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार ने बताया कि चालू सत्र में 180 छात्रों का नामांकन लिया जायेगा। जिसमें मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रीक इंजीनियरिंग और कम्प्यूटर एंड साइंस इंजीनियरिंग की पढ़ाई होगी। ढाई करोड़ की लागत से भवन का जीर्णोद्धार किया जा रहा है। इस महाविद्यालय में 2000 छात्रों का पढ़ाई का लक्ष्य रखा गया है।

उल्लेखनीय है कि मगध अभियंत्रण महाविद्यालय की स्थापना 1980 में रौनिया निवासी और बीआईटी सिंदरी के हेड राजदेव सिंह की परिकल्पना जमीं पर उतारी गयी थी। जिसमें चर्चित नेता व वर्तमान मंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह, जगदीश शर्मा  व अन्य का योगदान था। 1986 में इस कालेज का सरकारीकरण कर लिया गया। उस वक्त 1200 छात्र पढ़ते थे। 81 एकड़ जमीन में 700 कमरे बने हैं। 1991 में राज्य सरकार ने कालेज को बंद कर दिया। 140 कर्मचारियों की छंटनी कर दी गयी। आज के समारोह में भी श्री पालित ने छंटनीग्रस्त कर्मचारियों को पुन: बहाल करने का मामला उठाया। जिसके लिए मंत्री ने प्रधान सचिव अजय कुमार की अध्यक्षता एक स्क्रिनिंग कमेटी गठित करने की घोषणा की। समारोह की अध्यक्षता कर रहे मगध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.एन. पांडे ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा महाविद्यालय को हर सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। मंच संचालन पार्षद मुकेश कुमार ने की।


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Ranjan Rituraj Sinh , NOIDA
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