पटना चन्द्रगुप्त इंस्टीच्यूट आफ मैनेजमेंट, पटना का पहला सत्र आगामी एक जुलाई से शुरू होगा। फिलहाल वहां नामांकन प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया जा रहा है। भारतीय प्रबंधन संस्थान की तर्ज पर नवस्थापित इस इंस्टीच्यूट में निर्धारित 60 सीटों के लिए 400 आवेदन आए हैं। आवेदनों की जांच की जा रही है। वैसे कैट की परीक्षा के माध्यम से चयनित अभ्यर्थियों को ही दाखिला मिलेगा, जिसमें समूह वार्ता और साक्षात्कार को प्राथमिकता दी गयी है।
दाखिले की प्रक्रिया की चर्चा करते हुए इंस्टीच्यूट के निदेशक डा.वी.मुकुन्द दास ने मंगलवार को बताया कि नामांकन में बिहार के विद्यार्थियों के लिए 50 फीसदी सीटें सुरक्षित हैं। साथ-साथ ही, सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार दाखिले की प्रक्रिया में आरक्षण का भी अनुपालन किया जायेगा। फिलहाल दो वर्ष के प्रबंधन पाठ्यक्रम का शिक्षण शुल्क 5 लाख रुपये निर्धारित है। सभी फैकल्टी में कुल 10 प्राध्यापक होंगे, जिनमें तीन प्राध्यापकों ने योगदान कर दिया है। सभी शिक्षक भारतीय प्रबंधन संस्थान के हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में मेधावी छात्र-छात्राओं की कमी नहीं है। सिर्फ उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत है, जो प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में यह संस्थान उपलब्ध करायेगा। शिक्षा का स्तर व्यवहारिक होगा, जो विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता और कौशल को विकसित करेगा। उन्होंने बताया कि मीठापुर स्थित कृषि फार्म हाउस की दस एकड़ जमीन में संस्थान के भवन निर्माण का कार्य चल रहा है। राज्य सरकार द्वारा संस्थान के उन्नति के लिए भरपूर सहयोग मिल र
Wednesday, April 23, 2008
चन्द्रगुप्त इंस्टीच्यूट आफ मैनेजमेंट का पहला सत्र जुलाई से
Posted by Mukund Kumar at 5:58 AM
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