Saturday, January 16, 2010

डीजीपी ने पहुंचायी गरीबों तक कंबल की गरमाहट

डायरेक्टर जनरल आफ पुलिस आनंद शंकर, वरीय आरक्षी अधीक्षक विनीत विनायक और सिटी एसपी मनु महाराज के साथ शहर में गरीबों के बीच कंबल बांटने के अभियान पर निकले। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग के बिना अपराध पर नियंत्रण संभव नहीं है। उन्होंने ऐसे अभियानों से पुलिस की छवि में सुधार की उम्मीद जताई। पुलिस मुख्यालय से रात साढ़े दस बजे के आसपास निकला पुलिस अधिकारियों का काफिला सीधे पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर पहुंचा। यहां फुटपाथ पर खुले आसमान के नीचे सो रहे लोगों को डीजीपी ने उठाया। कैमरों के फ्लैश की चौंध और आसपास पुलिस अधिकारियों का हुजूम देख कड़ाके की ठंड में मुंह तक चादर लपेटे लोग एक बारगी घबरा से गये। फिर सवाल आया। क्या नाम है। यहां ठंड में क्यों पड़े हो? डीजीपी को कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने फुटपाथ पर उकड़ू बैठे वृद्ध के शरीर को कंबल में लपेटा और आगे बढ़ गये। फिर फ्रेजर रोड में युवा आवास के ठीक सामने आकाशवाणी की चारदीवारी से सट कर सो रहे लोगों में कंबल बंटा। यहां से कारवां गायघाट की तरफ बढ़ गया। चौराहे से पहले जेटी और फिर उत्तर की तरफ झुग्गी झोपडि़यों तक कंबल बांटे गये। यहां पुलिस महानिदेशक आनंद शंकर ने पुलिस कर्मियों को अपने वेतन से लोगों की मदद करने को कहा गया है। बोले, यदि विकसित देशों की तरफ पेट्रोलिंग के लिए पचास हेलीकाप्टर भी उपलब्ध करा दिये जाएं तो भी पुलिस और आम लोगों के बीच अच्छे संबंधों के बगैर अपराध पर लगाम संभव नहीं होगी। इस व्यवस्था को कानून के दायरे में स्थायी बनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने शहीदी पुलिसकर्मियों के परिजनों के लिए एक निजी संस्था द्वारा की गयी पहल की प्रशंसा भी की।

साभार : दैनिक जागरण , पटना

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