
मुजफ्फरपुर की मशहूर शाही लीची को वैश्विक बाजार मिले इसके लिए राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड ने जोरदार तैयारी शुरू कर दी है। यहीं नहीं दिल्ली सहित देश के अंदर भी इसका विपणन क्षेत्र बढ़े इसके लिए प्रगति मैदान मे आयोजित संगम मेला में पहली बार मुजफ्फरपुर की शाही लीची को प्रभावी ढ़ंग से बिक्री के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। इस संबंध में राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र मुजफ्फरपुर के निदेशक डा.केके कुमार ने बताया कि लीची के बेहतर उत्पादन के लिए 80 किसानों को प्रशिक्षित किया गया है। शुक्रवार की बैठक में इनमे से बेहतर कार्य करने वाले किसानों का चयन किया जाएगा। आगामी 20 मई को इनके बागों से लीची की तुड़ाई कर उसे रेफर वैन से दिल्ली भेजा जाएगा। इसके लिए छह से दस टन लीची भेजने का लक्ष्य रखा गया है। प्रगति मैदान के मेले में शाही लीची की गुणों एवं स्वाद से परिचय कराने के लिए राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के द्वारा राजधानी स्थित सभी विदेशी दूतावासों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को विशेष तौर पर शामिल करने के लिए एक कार्यक्रम बनाया गया है। इसका उद्देश्य इनके माध्यम से विदेशों में शाही लीची की मांग शुरू कराया जाना है। राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केन्द्र उक्त मेले में अपना एक स्टाल भी लगायेगी, जिसमें लीची से संबधित प्रदर्शनी लगायी जाएगी। डा. कुमार के अनुसार केन्द्र के अधिकारी इस महत्वपूर्ण परियोजना को सफल बनाने के कार्य में जुट गये हैं।
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